कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना व उद्देश्य क्या है
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना है। इस योजना का शुभारंभ 2004 में अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आवासीय क्षेत्र के लोगों के लिए शिक्षा देने के लिए शुरू किया है। यह योजना देश के शैक्षणिक रूप से पिछड़े ब्लॉक्स (EBB) में लागू की गई, जहां ग्रामीण महिला साक्षरता राष्ट्रीय औसत दर से कम है तथा साक्षरता में लिंग भेद राष्ट्रीय औसत दर से अधिक है। केजीबीवी का उद्देश्य उच्च प्राथमिक स्तर पर आवासीय स्कूलों की स्थापना करके समाज के वंचित समूहों की लड़कियों तक शिक्षा से जोड़ना और उनके लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना है। इस योजना में देशभर में दसवीं पंचवर्षीय योजना में कुल 2180 केजीबीवी आवासीय विद्यालय स्वीकृत किए गए और प्रतिवर्ष 500 से 750 स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला गया। भारत सरकार द्वारा देश के 460 जिलों में 30 जून 2014 तक 3609 केजीबीवी स्वीकृत किए गए थे। यह योजना निम्न 27 राज्यों /
केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की गईअसम, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर और नगर हवेली, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र, मणिपुर , मेघालय, मिजोरम, नागालैंडलैं , उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल।
केजीबीवी आवासीय विद्यालय उद्देश्य-
- सभी लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देना।
- सभी बालिकाओं के लिए आवास उपलब्ध कराना।
- लड़कियों के लिए पुस्तकें तथा शिक्षण सामग्री मुफ्त में उपलब्ध करवाना।
- विषम परिस्थितियों में जीवन-यापन करने वाली लड़कियों के लिए आवासीय विद्यालय के माध्यम से गुणवत्ता युक्त प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराना है।
- बालिकाओं के माता-पिता/अभिभावकों को प्रेरित करना ताकि लड़कियों को विद्यालयों में भेजे।
- एक स्थान से दूसरे स्थान घूमनेवाली जाति या समुदायों की लड़कियों पर विशेष ध्यान केन्द्रित करना।
- लड़कियों को स्कूल यूनिफार्म, स्वेटर, जूते-मोज़े आदि मुफ्त में देना।
- ऐसी लड़कियों पर ध्यान देना जो विद्यालय से बाहर (अनामांकित) हैं तथा जिनकी उम्र 10 वर्ष से ऊपर है।
- बालिकाओं को दैनिक उपयोग वस्तुओं इत्यादि उपलब्ध करना।
- हर महीने 100/- बालिकओं के व्यक्तिगत बैंक खाते में जमा कराया जाना जिससे उनकी कुछ जरूतमंद चीजों को पूरा किया जा सके।
केजी बी वी विद्यालयों के प्रकार –
(i) KGBV Model I: School with hostels facility for 100-150 girls
(ii) KGBV Model II: School with hostel facility for 50 girls
(iii) KGBV Model III: Hostels in existing schools for 50-150 girls
(iv) KGBV Model iv: Hostels in existing schools for 100 girls (for classes IX to XII)
केजीबीवी आवासीय विद्यालय मे बालिकाओं का चयन
आवासीय ब्रिज कोर्स में दर्ज ऐसी बालिकायें जो कक्षा 5वीं में दर्ज होने योग्य हों।हों
5वीं तक की आश्रम शालाओं से 6ठीं में आने वाली बालिकायें।
प्राथमिक स्तर पर उन ग्रामों की बालिकाएँ जहाँ 1 कि.मी. परिधि में प्राथमिक सुविधा उपलब्ध नहीं है।
ऐसे ग्राम जहाँ 3 कि.मी. की परिधि में कोई माध्यमिक शाला सुविधा उपलब्ध नहीं है, की बालिकाओं को माध्यमिक स्तर के लिए।
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केजीबीवी आवासीय विद्यालय सुविधायें-
• निःशुल्क आवास
• निःशुल्क भोजन
• पठन-पाठन एवं शैक्षणिक सामग्री
• गणवेश, पाठ्यपुस्तकें
• बालिकाओं की व्यक्तिगत आवश्यकता की सामग्री
• वृत्तिका
• अनुसूचित जाति, जनजाति की बालिकाओं को छात्रवृत्ति शाला से
• व्यावसायिक शिक्षा
• स्वास्थ्य परीक्षण
• खेलकूद की सामग्री
यह योजना 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की जा चुकी है। इनमें राजस्थान, तमिलनाडू, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू तथा कश्मीर, झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, आसाम, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंडलैं , ओडिषा, पंजाब, त्रिपुरा,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड तथा पश्चिम बंगाल शामिल ह